फरवरी महीने में आये भूकंप से तुर्किए अभी पूरी तरफ से उबर भी नहीं था कि एक बार फिर से तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक पूर्वी तुर्किए में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूविज्ञान केंद्र ने रिक्टर स्केल पर इन झटकों की तीव्रता 5.2 दर्ज की है। भूकंप की वजह से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं और कई लोग घायल भी हुए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का केंद्र मालत्या प्रांत के येसिलुर्ट शहर में था। अदियामान में भूकंप के झटके महसूस किए गए। बता दें कि दोनों प्रांत फरवरी में आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित हुए थे, जिसमें 50,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका  ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि मालत्या और अदियामन में इमारतें गिरने से लोगों को चोटें आई हैं।

प्लेट्स के टकराने से आता है भूकंप

यह धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है, जिन्‍हें इनर कोर, आउटर कोर, मैन्‍टल और क्रस्ट कहा जाता है। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहा जता है। ये 50 किलोमीटर की मोटी परतें होती हैं, जिन्हें टैक्‍टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैक्‍टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं, घूमती रहती हैं, खिसकती रहती हैं। ये प्‍लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।

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