छत्तीसगढ़ सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को 2518.25 करोड़ रुपए पारिश्रमिक और 339.22 करोड़ रुपए प्रोत्साहन पारिश्रमिक का किया भुगतान

वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ग्राम पंडरिया, रेंगाखारकला, बरेंडा, सिवनीखुर्द, नागवाही, रोल और ग्राम पंचायत बम्हनी में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में हुए शामिल 

छत्तीसगढ़ सरकार की योजना से वनोपज संग्राहकों को उनकी मेहनत का मिल रहा सही दाम

वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर आज कबीरधाम जिले बोड़ला विकासखण्ड के ग्राम पंडरिया, रेंगाखारकला, बरेंडा, सिवनीखुर्द, नागवाही, रोल और ग्राम पंचायत बम्हनी में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि वनांचलवासियों के जीवन को मुख्यधारा से जोड़ने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की है, जिससे वन और वनोपज पर आश्रित संग्राहकों को आर्थिक मजबूती मिली है। प्रदेश के लाखों वनोपज संग्राहक परिवारों को स्थानीय स्तर पर वनोपज से जुड़े रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर वनोपज संग्राहकों को उनकी मेहनत का सही मूल्य दिलाने के लिए लघु वनोपजों के क्रय मूल्य में बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य में साढ़े 4 वर्षों में तेंदूपत्ता संग्राहकों को 2518.25 करोड़ रुपए पारिश्रमिक एवं 339.22 करोड़ रुपए प्रोत्साहन पारिश्रमिक का भुगतान किया है। तेंदूपत्ता संग्राहकों की आय बढ़ाने के लिए शासन द्वारा तेन्दूपत्ता संग्रहण दर को 2500 प्रति मानक बोरा से बढ़ाते हुए 4000 प्रति मानक बोरा कर दिया गया है।

मंत्री श्री अकबर ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना कर भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने ग्राम पंडरिया ने सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 5 लाख और रेंगाखारकला में भवन निर्माण के लिए 5 लाख की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने पौधा रोपण कर उपस्थित ग्रामीणों एवं किसानों को पौधा वितरण भी किया।

मंत्री श्री अकबर ने कहा कि वनोपज का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है। इससे प्रदेश के लाखों परिवारों को सीधा और प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है। उन्होने कहा कि भूपेश सरकार सात प्रकार के वनोपज को बढ़ाकर 65 प्रकार के वनोपज खरीदी कर रही है। वर्ष 2018-19 से 22-23 तक 30.35 लाख क्विंटल लघुवनोपज मूल्य 356.44 करोड रूपए की खरीदी कर देश में पहले स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार सरकार ने महुआ फूल 17 रूपए से बढ़ाकर 33 रूपए किया। इमली प्रति किलो 25 से बढ़ाकर 36 रूपए किए। चिरौजी 93 रूपए से बढ़ाकर 126 रूपए किए। रंगीनी लाख 130 से बढ़ाकर 220 रूपए, कुसुमी लाख 200 से बढ़ाकर 300 रूपए, शहद 195 रूपए से बढ़ाकर 225 रूपए किए। तेन्दूपत्ता 25 सौ रूपए से बढ़ाकर 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा किए। छत्तीसगढ़ में वनोपज का समर्थन मूल्य बढ़ने से वनसंग्रहण से जुड़े राज्य के लाखों परिवारों को संबल मिला है। भूपेश सरकार के प्रति वनोपज संग्राहक परिवारों को विश्वास और भरोसा बढ़ा है। मंत्री श्री अकबर ने कहा कि ग्राम पंचायतों में जाकर आमजनों से सीधा संवाद करने का उद्देश्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिल रहा है या नही इसकी जानकारी लेना है। इस अवसर पर श्री होरी साहू संबंधित ग्राम पंचायत के पंच-सरपंच सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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