KORBA:- पसान :: कोरबा जिला के अंतिम छोर पर संचालित रानी अटारी, विजय वेस्ट भूमिगत कोयला खदान से सटे बीजाडांड गांव में जल संकट गहरा गया है..
यहां के सभी नल खराब होने के कारण ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए जंगल के ठोड़ी का सहारा लेना पड़ रहा है..
लोग पानी लेने के लिए कइ किलोमीटर का सफर तय कर जंगलों में पहाड़ों के बीच बने ठोड़ी से पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे है..
ग्रामीणों ने पीने के पानी के लिए अनुविभागीय अधिकारी से लगाई गुहार..
राज्य को राजस्व देने वाली कोयला खदान से महज कुछ ही दूरी पर बसे गांव के लोग पानी के लिए दर -दर भटकने को मजबूर हैं जबकि खदानों के आसपास बसे गांव के विकास और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी खान प्रबंधन की होती है,
लेकिन प्रबंधन आँख मूंदकर सिर्फ़ यहां के खनिज संपदा का दोहन कर रहा है,
ग्रामीणों ने जल संकट को लेकर अनुविभागीय अधिकारी पोड़ी उपरोड़ा से गुहार लगाई है,
अब देखना है कि अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीणों की समस्या को कितनी गंभीरता से लेते हैं..|