Pune Porsche Accident:- नाबालिग रईसजादे के परिवार का निकला ‘अंडरवर्ल्ड कनेक्शन’, भाई से विवाद में ली थी छोटा राजन की मदद, कोर्ट में चल रहा हत्या की कोशिश का केस
महाराष्ट्र के पुणे में पोर्शे कार ऐक्सिडेंट (Porsche Car Accident) मामले में रियल स्टेट (Real Estate) कारोबारी अग्रवाल परिवार चर्चा में है. अब इस मामले में नया चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आरोपी नाबालिग लड़के के परिवार का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन भी सामने आया है.
18 मई को जब पुणे में हुए रोडरेज मामले के बाद नाबालिग आरोपी को वीआईपी ट्रीटमेंट मिला, तो उसके बाद कई कड़ियां सामने आने लगीं. छोटा राजन से जब अग्रवाल परिवार के संबंधों का पता चला तो यह साफ हो गया कि इस परिवार की पकड़ सिर्फ पुणे पुलिस तक ही नहीं, बल्कि अंडरवर्ल्ड तक है. उस समय इस केस में भी पुणे पुलिस सवालों के घेरे में थी, क्योंकि आम तौर पर अंडरवर्ल्ड से जुड़े मामलों में महाराष्ट्र पुलिस मकोका के तहत एफआईआर दर्ज करती है. लेकिन इस केस में आईपीसी के तहत सिर्फ सामान्य धाराएं लगाई गईं. सुरेंद्र अग्रवाल की चार्जशीट फाइल होने तक तो गिरफ्तारी भी नहीं हुई. बाद में जब छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद उसके सभी मामले सीबीआई को ट्रांसफर किए गए, तो अग्रवाल से जुड़ा ये केस भी उसमें शामिल था.
नाबालिग आरोपी के दादा और अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन (Underworld Don Chhota rajan) एक दूसरे से मिल चुके हैं। हत्या की कोशिश के एक केस में नाबालिग आरोपी के दादा का भी नाम पहले आ चुका है। आरोपी के दादा ने संपत्ति विवाद में छोटा राजन की मदद ली थी। साल 2007-2008 में उस केस के समय भी पुणे पुलिस पर कार्रवाई को लेकर सवाल उठे थे, जिस तरह इस बार उठे हैं।
राहुल गांधी के बयान के बाद राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप तेज
राहुल गांधी के एक्स पर किए गए पोस्ट के बाद राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप की शुरुआत हो गयी है. राहुल गांधी ने लिखा है कि “ट्रक,बस,ओला उबर ड्राइवर को दस साल की सज़ा मिलती है अगर उनकी गाड़ी से टकरा कर कोई मरे, पर वहीं दो लोगों को मारने वाले अमीर नाबालिग को निबंध लिखने कहा जाता है, ट्रक,बस ड्राइवर से भी निबंध लिखवाइये.”
देवेंद्र फ़डणवीस ने राहुल गांधी पर बोला हमला
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के बयान को लेकर निशाना साधा है उन्होंने कहा है कि पुणे मामले में राहुल गांधी द्वारा राजनीतिकरण करना गलत है. पुणे पुलिस ने कार्रवाई की, जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने जो निर्णय दिया था उसपर तो हमने भी आश्चर्य व्यक्त किया, लेकिन पुलिस रुकी नहीं वापिस अपील दाखिल की, ऊपरी अदालत ने संज्ञान लिया, वापस से रिव्यू पेटिशन दाखिल है, सुनवाई चल रही है, नाबालिग को शराब पिलाने वाले और गाड़ी देने वाले पिता सभी को गिरफ़्तार किया जा चुका है